
Credit Card Settlement एक ऐसा विकल्प होता है, जो वित्तीय संकट की स्थिति में राहत जरूर देता है, लेकिन इसके साथ कई जोखिम भी जुड़े होते हैं। जब व्यक्ति कर्ज नहीं चुका पाता और बैंक से सेटलमेंट करता है, तो इससे उसकी क्रेडिट रिपोर्ट पर “Settled” का टैग लग जाता है। यह टैग भविष्य में किसी भी प्रकार का लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेने में बाधा बन सकता है।
इसके अलावा, बहुत से लोग सेटलमेंट करते समय कुछ आम गलतियां कर बैठते हैं। सबसे पहली गलती होती है सेटलमेंट को कर्ज माफी समझ लेना। इसके अलावा, बिना लिखित समझौते के भुगतान करना, NOC न लेना, CIBIL रिपोर्ट को अपडेट न करना और बैंक एजेंट की बातों में आकर जल्दबाज़ी में फैसला लेना – ये सभी ऐसी गलतियां हैं जो आगे चलकर बड़ी परेशानी का कारण बन सकती हैं।
हालांकि, अगर सेटलमेंट करना ही एकमात्र विकल्प बचा है, तो उसे पूरी जानकारी और सावधानी से करना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले बैंक से लिखित एग्रीमेंट लेना जरूरी है, फिर सेटलमेंट के बाद NOC लेना और कुछ हफ्तों बाद अपनी CIBIL रिपोर्ट को जांचना भी आवश्यक होता है।
आज के समय में क्रेडिट कार्ड हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। चाहे ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो, इमरजेंसी में पैसों की जरूरत हो या फिर किसी यात्रा का खर्च – क्रेडिट कार्ड हर जगह मददगार साबित होते हैं। लेकिन, जैसे ही हम इनका जरूरत से ज़्यादा इस्तेमाल करने लगते हैं और समय पर भुगतान नहीं कर पाते हैं, वैसे ही ये सुविधा एक बोझ में भी बदल जाती है। तब कई लोग “Credit Card Settlement” का रास्ता अपनाते हैं।
सेटलमेंट का मतलब होता है बैंक से बात करके बकाया राशि को एकमुश्त या कम रकम में चुकता करना। हालांकि, ये विकल्प उस वक्त मददगार लगता है जब हम भुगतान करने की स्थिति में नहीं होते, लेकिन अक्सर लोग इसे सही से समझे बिना ही अपनाने लगते हैं। यही नहीं, सेटलमेंट करते समय कई आम गलतियां कर बैठते हैं, जो बाद में बड़ी वित्तीय परेशानी का कारण बनती हैं।
सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि Credit Card Settlement आपके क्रेडिट स्कोर को काफी हद तक नुकसान पहुंचा सकता है। अक्सर लोग यह सोचते हैं कि अगर उन्होंने बैंक से सेटलमेंट कर लिया है, तो उनका सारा कर्ज खत्म हो गया है। लेकिन हकीकत इससे अलग होती है। सेटलमेंट करने के बाद आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में यह जानकारी “सेटल्ड” के रूप में दर्ज हो जाती है, जो भविष्य में किसी भी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में बाधा बन सकती है।
आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Credit Card Settlement करते समय लोग कौन-कौन सी सामान्य गलतियां करते हैं, और कैसे आप इनसे बच सकते हैं। साथ ही, हम यह भी समझेंगे कि सेटलमेंट करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई वित्तीय परेशानी न आए।
Credit Card Settlement एक ऐसी प्रक्रिया हैं जिसमे आप एकमुश्त भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड पर बकया राशि का एक हिस्सा माफ़ करने के लिए अपने लेनदार से बातचीत करते हैं। यह एक ऐसा समझौता होता हैं जिसे आप अपने कार्ड जारीकर्ता के साथ अंतिम उपायें के रूप में तब करते हैं जब आप देखते हैं की आपके क्रेडिट कार्ड पर कर्ज बढ़ता जा रहा हैं।
ऐसा फ़िज़ूल के खर्च से लेकर लापरवाही से खर्च करने की आदतों तक कई कारणों से हो सकता हैं। जब आपका कर्ज बढ़ता है तो उसपर ब्याज भी बढ़ता हैं जिससे आपको बकाया राशि चुकाने में मुश्किल हो सकती हैं। अगर आपको इससे बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं तो आप Credit Card Settlement की सिफारिश कर सकते हैं।
इसकी कुछ मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:
हालांकि, Personal Loan Settlement और Credit Card Settlement दोनों का उद्देश्य कर्जदार को राहत देना होता है, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी होते हैं।
अंतर के बिंदु | Personal Loan Settlement | Credit Card Settlement |
प्रकार | किसी भी प्रकार के लोन (पर्सनल, होम, कार, एजुकेशन, आदि) का निपटारा | केवल क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि का निपटारा |
सेटलमेंट प्रक्रिया | बैंक एकमुश्त राशि को तय करता है, जिसे चुकाने पर लोन सेटल हो जाता है। | क्रेडिट कार्ड कंपनी एक तय की गई राशि पर समझौता करती है। |
CIBIL स्कोर पर प्रभाव | CIBIL स्कोर 50-100 पॉइंट तक गिर सकता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है | CIBIL स्कोर पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है, और नए क्रेडिट कार्ड पाना मुश्किल हो सकता है। |
भविष्य में लोन मिलने की संभावना | होम लोन, कार लोन या अन्य लोन प्राप्त करने में समस्या आ सकती है | क्रेडिट कार्ड कंपनियां कार्ड जारी करने से इनकार कर सकती हैं। |
अगर आप किसी कारणवश अपने क्रेडिट कार्ड का पूरा भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, तो Credit Card Settlement एक विकल्प हो सकता है। इसमें बैंक या लोन देने वाली संस्था (NBFC) आपके बकाया लोन पर कुछ छूट देकर एक निश्चित राशि में समझौता कर लेती है। लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।
Credit Card Settlement के लिए आवश्यक दस्तावेज:
1. पहचान प्रमाण (Identity Proof)
2. पते का प्रमाण (Address Proof)
3. आय प्रमाण (Income Proof)
4. लोन एग्रीमेंट (Loan Agreement)
यह वह दस्तावेज होता है, जो बैंक या NBFC द्वारा लोन देने के समय जारी किया गया था। इसमें लोन की शर्तें और आपकी बकाया राशि का विवरण होता है।
5. CIBIL रिपोर्ट (Credit Score Report)
Credit Card Settlement के दौरान बैंक आपके CIBIL स्कोर की जांच करता है, जिससे उन्हें आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के बारे में जानकारी मिलती है। यह रिपोर्ट आपके क्रेडिट व्यवहार और मौजूदा लोन की स्थिति को दर्शाती है।
6. सेटलमेंट अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter)
अगर आप Credit Card Settlement करवाना चाहते हैं, तो आपको बैंक को एक लिखित अनुरोध पत्र देना होगा, जिसमें आप अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति और सेटलमेंट की आवश्यकता के बारे में बताएंगे।
नीचे कुछ कदम दिए गए हैं, जो Credit Card Settlement से पहले अपनाने चाहिए:
नीचे Credit Card Settlement करने की प्रक्रिया को आसान शब्दों में समझाया गया है:
सेटलमेंट का क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका असर निम्नलिखित तरीकों से देखा जा सकता है:
क्रेडिट कार्ड एक बहुत ही उपयोगी फाइनेंशियल टूल है, लेकिन अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो यह भारी कर्ज का कारण भी बन सकता है। कई बार लोगों को वित्तीय मुश्किलों के चलते क्रेडिट कार्ड का बकाया चुकाने में परेशानी होती है। ऐसे में, Credit Card Settlement एक विकल्प हो सकता है, लेकिन यह अक्सर क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
हालांकि, कुछ स्मार्ट तरीकों को अपनाकर आप बिना क्रेडिट स्कोर खराब किए अपने क्रेडिट कार्ड का सेटलमेंट कर सकते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि कैसे आप क्रेडिट कार्ड के बकाया को सही तरीके से निपटा सकते हैं और अपने क्रेडिट स्कोर को सुरक्षित रख सकते हैं।
(i) बैंक से रीपेमेंट प्लान पर चर्चा करें
अगर आप क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि को एक बार में चुकाने में असमर्थ हैं, तो बैंक से EMI या रिपेमेंट प्लान की मांग कर सकते हैं। कई बैंक अपने ग्राहकों को लचीली भुगतान शर्तों के तहत रीपेमेंट का विकल्प देते हैं, जिससे आपको धीरे-धीरे भुगतान करने का मौका मिलता है और आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित नहीं होता हैं।
(ii) बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनें
अगर आपके पास एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हैं, तो आप कम ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड पर बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। इससे आप ज्यादा ब्याज से बच सकते हैं और धीरे-धीरे अपने कर्ज को चुका सकते हैं।
(iii) लोन लेकर भुगतान करें
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आप पर्सनल लोन लेकर क्रेडिट कार्ड का भुगतान कर सकते हैं। आमतौर पर, पर्सनल लोन की ब्याज दर क्रेडिट कार्ड से कम होती है, जिससे आपको आर्थिक रूप से राहत मिल सकती है।
(iv) बैंक से नेगोशिएशन करें
अगर आपकी फाइनेंशियल स्थिति खराब है और आप एकमुश्त भुगतान नहीं कर सकते हैं, तो बैंक से लेन-देन (Negotiation) करने की कोशिश करें। कुछ बैंक ग्राहकों को “लंप सम सेटलमेंट” के बजाय लचीले भुगतान विकल्प देते हैं, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर सुरक्षित रहता है।
Credit Card Settlement के बाद CIBIL Score सुधारने के 10 बेहतरीन तरीके:
1. CIBIL रिपोर्ट को ध्यान से चेक करें
क्रेडिट स्कोर सुधारने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले आपको अपनी CIBIL रिपोर्ट को अच्छी तरह से जांचना चाहिए। इसके लिए आप CIBIL की ऑफिशियल वेबसाइट से अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।
2. सेटलमेंट स्टेटस को ‘Closed’ में बदलवाएं
जब आप Credit Card Settlement कराते हैं, तो बैंक इसे “Settled” के रूप में रिपोर्ट करता है। यह स्टेटस आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
3. समय पर सभी भुगतान करें
क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए सबसे जरूरी चीज़ है समय पर भुगतान करना।
4. नया क्रेडिट कार्ड लें और उसे जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें
अगर आपका क्रेडिट स्कोर बहुत ज्यादा खराब नहीं है, तो आप एक कम लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड लेकर इसे सही तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30% से कम रखें
नीचे हम Credit Card Settlement से जुड़ी कुछ आम गलतियों पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं:
1. सेटलमेंट को कर्ज माफी समझना
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि सेटलमेंट के बाद उनका सारा बकाया माफ हो गया है। जबकि सच्चाई यह है कि बैंक आपको कुछ राशि माफ जरूर करता है, लेकिन बाकी की गई पेमेंट रिपोर्ट में “Settled” के रूप में दर्ज होती है, जो आपके CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर डालती है।
2. लिखित में सेटलमेंट एग्रीमेंट न लेना
सेटलमेंट करते समय लोग सिर्फ फोन कॉल पर या मौखिक बातचीत पर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन बिना लिखित सहमति के ये बहुत बड़ा जोखिम है। अगर आपके पास लिखित दस्तावेज नहीं है, तो भविष्य में बैंक आपके खिलाफ फिर से बकाया वसूली शुरू कर सकता है।
3. CIBIL रिपोर्ट को न चेक करना
सेटलमेंट के बाद यह जरूरी होता है कि आप अपनी CIBIL रिपोर्ट जांचें और यह सुनिश्चित करें कि उसमें “Settled” या “Paid” जैसा स्टेटस सही तरीके से अपडेट हुआ है या नहीं। कई बार बैंक रिपोर्ट अपडेट करना भूल जाते हैं, जिससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री प्रभावित होती है।
4. बिना पूरी जानकारी के सेटलमेंट करना
लोग अक्सर एजेंट की बातों में आकर या डर के कारण सेटलमेंट कर लेते हैं, बिना यह समझे कि इसके क्या-क्या प्रभाव होंगे। जबकि उन्हें पहले EMI पुनर्गठन (Restructuring), आंशिक भुगतान (Part-Payment), या समय मांगने जैसे विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए।
5. बैंक के रिकवरी एजेंट से डरकर तुरंत सेटलमेंट कर लेना
कई बार रिकवरी एजेंट फोन पर धमकी देते हैं या डराते हैं, जिससे घबराकर लोग बिना सोचे समझे सेटलमेंट कर लेते हैं। जबकि आपको अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए और बिना लिखित समझौते के कोई भी राशि न चुकाएं।
इसके कई फायदे होते हैं, जो की निम्नलिखित हैं:
इसके कई नुकसान होते हैं, जो की निम्नलिखित हैं:
आखिर में, जब हम Credit Card Settlement की बात करते हैं, तो यह एक ऐसा कदम है जिसे बहुत सोच-समझकर उठाना चाहिए। यह सच है कि जब हमारी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है और कर्ज का बोझ बढ़ जाता है, तब सेटलमेंट एक राहत देने वाला विकल्प लगता है। लेकिन वहीं दूसरी ओर, यह राहत कई बार हमारी भविष्य की वित्तीय योजनाओं पर भारी पड़ सकती है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि सेटलमेंट करते समय हम सभी पहलुओं को ध्यान में रखें और कोई भी फैसला जल्दबाज़ी में न लें।
सबसे पहले, हमें यह समझने की जरूरत है कि सेटलमेंट का मतलब कर्ज से पूरी तरह छुटकारा नहीं होता हैं, बल्कि यह एक समझौता होता है, जिसका असर हमारी क्रेडिट हिस्ट्री पर पड़ता है। इसके अलावा, यह भी जरूरी है कि हम सेटलमेंट से जुड़ी सभी जरूरी दस्तावेजों को संभालकर रखें, जैसे कि लिखित एग्रीमेंट, भुगतान की रसीदें और NOC (No Objection Certificate)। ये दस्तावेज भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति में हमारे लिए सुरक्षा कवच का काम करते हैं।
दूसरी बात, हमें सेटलमेंट करने से पहले अपने CIBIL स्कोर और भविष्य की क्रेडिट जरूरतों के बारे में भी सोच लेना चाहिए। क्योंकि एक बार अगर हमारे क्रेडिट स्कोर में गिरावट आती है, तो भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल साबित हो सकता है। इसलिए अगर आपकी आर्थिक स्थिति थोड़ी बेहतर हो, तो कोशिश करें कि पूरा भुगतान करें या बैंक से किश्तों में भुगतान करने की सुविधा लें।
Que: क्या बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से CIBIL स्कोर खराब होता है?
Ans: हाँ। बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से बैंक को लगता है कि आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जिससे CIBIL स्कोर और खराब हो सकता है।
Que: क्या सिर्फ EMI भरने से CIBIL स्कोर सुधर सकता है?
Ans: हाँ, अगर आप अपने सभी लोन और क्रेडिट कार्ड की EMI समय पर भरते हैं, तो यह CIBIL स्कोर सुधारने में मदद करता है।
Que: क्या क्रेडिट कार्ड बंद करने से CIBIL स्कोर खराब होता है?
Ans: हाँ, अगर आप अपना पुराना क्रेडिट कार्ड बंद कर देते हैं, तो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री कम हो सकती है, जिससे CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
Que: CIBIL स्कोर फ्री में कैसे चेक करें?
Ans: आप CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट या कुछ बैंक और फाइनेंस ऐप्स जैसे Paytm, Bajaj Finserv, PaisaBazaar, BankBazaar आदि से फ्री में अपना CIBIL स्कोर चेक कर सकते हैं।
Que: अगर CIBIL रिपोर्ट में कोई गलती हो तो क्या करें?
Ans: अगर आपकी CIBIL रिपोर्ट में कोई गलती है, तो आप CIBIL की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर “Dispute Resolution” सेक्शन में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। CIBIL आपकी शिकायत की जांच करके गलती को सुधार सकता है।