
अगर आप अपने लोन का प्रबंध करने में संघर्ष कर रहे है और आपको लोन का भुगतान करने में परेशानी हो रही है और आप एक पेशेवर की मदद लेना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही सही जगह पर आएं हैं। कर्जदारों के लिए लोन से छुटकारा पाने के लिए दो विकल्प होते हैं पहला लोन प्रबंधन करना और दूसरा लोन का सेटलमेंट करना।
आपकी वित्तीय स्तिथि के आधार पर आपको लोन प्रबंधन या लोन सेटलमेंट करवाना चाहिए। लोन प्रबंधन और लोन सेटलमेंट के फायदे और नुक्सान दोनों हैं। इससे पहल की आप किसी ओर रास्ते पर चले जाए, उससे पहले इस बात को जान ले की लोन प्रबंधन और लोन सेटलमेंट में क्या अंतर है?
इस लेख में इसी विषय के ऊपर चर्चा करेंगे की लोन प्रबंधन क्या होता है? लोन सेटलमेंट क्या होता हैं?
लोन प्रबंधन और लोन सेटलमेंट में क्या अंतर है? इन दोनों में से बेहतर विकल्प कौनसा है? इसी के बारें में हम आज के इस लेख में चर्चा करेंगे। इसलिए इस लेख को अंत तक पढियेगा। ताकि आप लोन के जाल से मुक्त हो सको।
लोन प्रबंधन कार्येक्रम जिसे ‘डीएमपी’ भी कहा जाता हैं। लोन प्रबंधन, लोन काउंसलिंग एजेंसी द्वारा दी जाने वाली एक सेवा हैं। लोन काउंसलिंग एजेंसी एक गैर लाभकारी संघटन हैं जो ऐसे लोगो की मदद करते है जिन्हे अपने लोन का प्रबंध करने में परेशानी आ रही हैं लेकिन अपने आप को दिवालिया घोषित होने से बचाना चाहते हैं। उनकी ज्यादातर सेवाएं ग्राहकों को कम पैसे या बिना किसी कीमत पर दी जाती हैं।
जब आप किसी लोन काउंसलिंग एजेंसी के साथ काम करने के लिए हाथ बढ़ाते है तो वह आपको बजट बनाने, अपने पैसो का सही ढंग से इस्तेमाल करने और आपके बेहतर वित्तीय भविष्य के निर्माण के लिए वित्तीय कोचिंग और सलाह प्रदान करते हैं। एक लोन प्रबंधन कार्येक्रम आपको एक नयी शुरुआत करने का अवसर प्रदान करता हैं और लोन का भुगतान करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करता हैं। एक लोन काउंसलिंग एजेंसी आपके सभी लोनो को कवर करने के लिए कम भुगतान करने के लिए बैंको से बातचीत करती हैं। इसके साथ ही अगर संभव हो सके तो वह आपके लोन की फीस माफ़ करवा देगी या ब्याज दर में कमी करवा देगी।
अगर आप एक अच्छे लोन प्रबंधन कायुनसेल्लर की तलाश में हैं तो आपको https://ahktips.com/ से सम्पर्क करना चाहिए। यह आपको आपके लोन का प्रबंधन करने में सहायता प्रदान करेंगे।
लोन प्रबंधन काउंसलिंग को चुनने के कई कारण हो सकते हैं:
लोन सेटलमेंट, लोन से राहत पाने का एक तरीका है, जिसमे लोग अपने लोन के बकाया राशि का आधे से कम पैसा देने के लिए बैंक से बातचीत करने का प्रयास करते हैं। लोन सेटलमेंट आप खुद भी करवा सकते है या लोन सेट्लमेंट कंपनी की सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लोन सेटलमेंट में आपको अपने लोन की कुल राशि का भुगतान करने की बजाये, लोन की आधी रकम का भुगतान बैंक को एक ही बार में करना होता हैं। इसे हि आसान भाषा में लोन सेटलमेंट कहते हैं। लोन सेटलमेंट कराने का फायदा है की इसे आपके ऊपर के कर्ज का बोझ उतर जाता है। लेकिन इसका सबसे बड़ा नुक्सान यह है की इससे आपके सिबिल स्कोर पर बहुत बूरा असर पड़ता हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर ख़राब हो गया तो आपको भविष्य में लोन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं।
अगर आपने क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन ले रखा है और उसका भुगतान नहीं कर पा रहे हो और रिकवरी वाले आपको परेशान कर रहे है। इसके साथ ही वह आपको कानून की धमकी भी दे रहे है और आप इन सभी चीज़ो से तंग आ गए हो और सेटलमेंट कराने की सोच रहे हो तो आप हमें यानी https://ahktips.com/ को संपर्क कर सकते हो। हम आपकी इन सभी परेशानियों का हल निकालने में मदद करेंगे। इसके साथ ही हम आपको एक बेहतरीन लोन सेटलमेंट की सेवा प्रदान करते हैं, जिसमे हम आपके लोन अमाउंट का आधे से कम में सेटलमेंट कराते हैं। लोन सेटलमेंट के बारें में ओर ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमें यानी https://ahktips.com/ से समपर्क कर सकते हैं।
तरफ से जो धमकियां मिला करती थी वह भी मिलना बंद हो जाती हैं।
लोन प्रबंधन और लोन सेटलमेंट, इन दोनों की विशेषताओं की बात करें तो वह निम्नलिखित हैं:
इस लेख के माध्यम से आपने जाना की लोन प्रबंधन और लोन सेटलमेंट क्या होता हैं? लोन प्रबंधन क्यों करना चाहिए? लोन सेटलमेंट क्यों करना चाहिए? इसके साथ ही हमने इस विषय के बारे में भी चर्चा की है की लोन प्रबंधन बनाम लोन सेटलमेंट :दोनों में कौनसा बेहतर हैं। इन सभी विषयो के बारें में हमने आपको आसान से आसान से शब्दों में समझाने की कोशिश की हैं। हमें आशा है की आपको हमरी बताई गयी बातें समझ में आयी होंगी। “अगर आप भी लोन के बोझ से हो गए है परेशान, तो घबराईये नहीं हम करेंगे आपका समाधान”
अगर आप कर्ज से छुटकारा पाना चाहते है, तो यह दोनों विकल्प हैं। लोन सेटलमेंट में आपको अपने लोन की बकाया राशि से कम का भुगतान करना होता हैं और वही लोन प्रबंधन योजना में आपको कई सालो में अपने लोन को चुकाने का समय मिलता हैं। इसकी लागत भी अलग – अलग होती हैं – जबकि एक लोन प्रबंधन योजना में आपको छोटा सा शुल्क भी देना होता हैं। लोन सेटलमेंट में आपको अपने लोन का 10% का शुल्क लोन सेटलमेंट एजेंसी को देना पड़ता हैं।
ऐसे ही लोन से जुड़े लेखो को पढ़ने के लिए हमरे साथ जुड़े रहिये और हम आपके लिए ऐसे ही लोन से लेखो को लाते रहेंगे। गार आपको सेटमेंट कारवान है या सेटलमेंट से जुड़ा कोई भी सवाल पूछना है तो आप सम्पर्क कर सकते हैं।