लोक अदालत क्या है? इसका क्या काम होता है? AHK Tips

लोक अदालत क्या है? इसका क्या काम होता है?

लोक अदालत क्या है? इसका क्या काम होता है?

लोक अदालत क्या है? इसका क्या काम होता है?

Summary

आज के समय में क़ानूनी मामलो में उलझना आम बात हो गयी है कई अदालतों में आपको न्याय बहुत लम्बे समय के बाद मिलता है और उसमे आपका बहुत पैसा खर्च हो जाता है। इन सभी समस्या का हल ‘लोक अदालत’ है। लोक अदालत आपको जल्दी और कम खर्च में न्याय दिलवात है और इसका काम करने का तरीका भी बहुत आसान है।

लोक अदालत आपके मामले को आपसी बात चित से सुलझा देती है। जिससे आपक पैसो के साथ साथ आपके समय की भी बजत होती है। 

इस लेख में हम इसी बात के बारें में चर्चा करेंगे की लोक अदालत क्या होता है? लोक अदालत काम कैसे करता है? लोक अदलात के उद्द्येश्ये क्या है? इन सभी बातो के बारें में हम इस लेख में आपको बताएँगे। इसीलिए इस लेख को पूरा पढ़ें ताकि बाद में आपको कोई दिक्कत ना आ सके।

 

लोक अदालत क्या है? 

लोक अदालत का मतलब है लोगो का अदालत। यह एक ऐसा अदालत या मंच है जो लोगो के विवादों को आपसी बात चित में निपटा दिया जाता है। लोक अदालत गाँधी जी के सिधान्तो पर आधारित है। लोक अदालत लोगो के विवादों को कम समय और कम पैसो मै निपटा देता है। 

 

लोक अदालत में कौनसे मामलो को सुलझाया जाता है? 

लोक अदालत में आपके सिबिल और अपराधों से जुड़े मामलो को सुलझाया जाता है : 

  • लोक अदालत में आपके बैंक के लोन के वसूली के मामले को सुलझाता है। 
  • लोक अदालत परिवारों के विवाद जैसे तलाक, जमींन का मामला , जायदाद का मामला, जैसे विवादों को सुलझाता है। 
  • लोक अदलात में छोटे अपराध जैसे मार पिटाई, चोरी चकारी जैसे मालो को भी सुलझाता है और इनका समाधान निकालता है। 
  • लोक अदालत में चेक बाउंस के केस भी आते है जिनका हल आसानी से वो निकाल देते है। 

 

लोक अदालत के फायदे क्या है? 

  • लोक अदालत दुसरे अदालतों के मामले जल्दी विवादों को सुलझा देता है। 
  • लोक अदालत में आपको कोई भी कोर्ट फीस नहीं देनी होती है और इसमें आपको वकील की भी जरुरत नहीं होती है। 
  • लोक अदालत दोनों तरफ के विवादों को ऐसे सुलझाता है की किसी कोई नुक्सान भी न पहुंचे और अगर वह रिश्तेदार है तो उनके रिश्ते भी न टूटे। 
  • लोक अदालत में विवादों को बहुत आसानी से सुलझाया जाता है जिससे व्यक्ति पर क़ानूनू ज्यादा बोझ न पड़े और उसका मामला जल्दी सुलझ जाए। 

 

अगर आपका कोई केस लोक अदालत में जाता है तो आपको लोक अदालत जाने से पहले क्या करना चाहिए ? 

  • लोक अदालत जाने से पहले आपको आपके मामले की पूरी जानकारी होनी चाहिए उससे सम्बंधित दस्तावेज भी होने चाहिए। 
  • लोक अदालत आपके विवाद के समझौते के लिए हमेशा तैयार रहता है इसीलिए समझौते के लिए आप भी तैयार रहे। 
  • अगर आपको अपने मामले के हल के लिए कोई आवश्यकता चाहिए तो आप किसी कानूनी सलाहकार की सहायता भी ले सकते है। 

 

लोक अदालत में नहीं जाने पर क्या परिणाम होता है? 

  • अगर आप लोक अदलात में नहीं जाते है तो आपको बहुत परेशानी का सामना करन पड़ सकता है। 
  • आप अगर लोक अदालत नहीं जाते है तो आपके केस को जिला अदालत में भेज दिया जाता है जिससे आपका समय और पैसा दोनों बहुत खर्च हो सकता है। 
  • लोक अदालत में आपको कोई फीस फीस और वकील की जरुरत नहीं पड़ती है लेकिन जिला अदालत में आपको वकील और कोर्ट फीस की भी जरुरत होता है। 
  • लोक अदालत में आपका मामल कुछ ही दिनों में ख़तम हो जाता है लेकिन जिला अदालत में आपको कई साल तक लग सकता है। 
  • जिला अदालत में आपका पैसा और समय दोनों बर्बाद होता है। जिससे आपकी जिनदगी में बहुत बड़ा भूचाल आ जाता है। 

 

लोक अदालत में लोन माफ़ कैसे करें? 

लोक अदालत आपको लोन से जुड़े मामलो को सुलझाने में मदद करती है। अगर अपने लोन लिया है तो आप लोक अदालत में अर्जी डालकर अपने लोन को माफ़ या कम करवा सकते है।  लोक अदालत लोन देने वाली संस्था को नोटिस भेजती है और उनको सुनवाई के लिए अदालत में बुलवाती है। लोक अदालत में दोनों पक्षों को अपनी अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है। लोक अदालत यह तय करती है दोनों पक्षों की एकसमान सुनवाई हो और किसी कोई नुकसान भी न हो। दोनों पक्षों के साथ कोई फेड भाव न हो सके। अगर दोनों पक्षों के लोग  लोक अदालत के फैसले पर सहमत होते है तो लोक अदालत उनके पक्ष में फैसला सुनाता है। 

 

लोक अदालत नोटिस क्या होता है? 

लोक अदालत के नोटिस में निम्नलिखिल जानकारी होती है : 

  • लोक अदालत के नोटिस में उन व्यक्तियों का नाम और पता होता है जिन्होंने अपने मामले को दर्ज किया है। 
  • लोक अदालत के नोटिस में लोन की रकम और उसके ब्याज का भी पता चलता है। 
  • लोक अदालत के नोटिस उस तारीख को लिखा जाता है जिस दिन लोन लेने वाला लोन को भरने में असफल रहा था। 
  • लोक अदालत के नोटिस में उस जगह का नाम और पता होता हैं जंहा उस केस नई कार्रवाई होगी। 
  • लोक अदालत के नोटिस में उस तारीख को डाला जाता है जब दोनों पक्षों की सुनवाई होगी और उनको उस दिन अदालत में पेश होना पड़ेगा। 

 

निष्कर्ष : 

इस लेख में हमें आपको लोक अदालत के बारें में सबकुछ बता दिया की लोक अदालत क्या होता है? लोक अदालत का क्या काम होता है? लोक अदालत के फायदे क्या है? लोक अदालत में कैसे मामलो को सुलझाया जाता है? अगर लोक अदालत नहीं गए तो क्या होगा? लोक अदालत नोटिस क्या होता है? इन सभी बातो के बारें में हमने आपको इस लेख में बताया है आशा है की आपको समझ में आयी होंगी।

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